वो दिल ही क्या जो वफ़ा ना करे; तुझे भूल कर जिएं कभी खुदा ना करे; रहेगी तेरी दोस्ती मेरी जिंदगी बन कर; वो बात और है, अगर जिंदगी वफ़ा ना करे!
:--- >शिवराम वरुण